शीर्षक- बदसूरत पत्नी
नारी के सौन्दर्य को देखें जैसे अरसा हो गया,
वो अदाओं के साथ पास आने को,
जैसे साल बीत गया,
आज वहीं पत्नी कि खूबसूरती कहीं खो सी गई है,
ना जाने कैसे वह आज बदसूरत लगने लगी है।
पत्नी की आँखों मे आज ,
वो गहराई नज़र ना आती ,
ना जाने क्यों,
वो एक साल बाद पुराना माल कहीं जाती है।
सुन्दरता की झांकी मे मन से उतर जाती है,
ना जाने कैसे उसकी मन की वाणी भी कम पढ़ जाती है।
साल गुजरता जाता और उनकी मुस्कान कहीं खो सी जाती है,
ना जाने क्यों कुछ अजूबों की वजह से रात दिन तपाया करती जाती है।
आरे ...पूछो तो उन सुंदर पत्नियों से कभी,
क्या क्या बलिदान करती है वो,
आरे देखो तो सही उनकी मन की इच्छाएं क्या क्या कहती है।
ना कर पाओ उनकी आत्मा को खुश,
तो रुलाओ तो मत जालिम,
तुम ना हो काबिल उस हस्ती खेलती गुडिया के,
इसमें उस इंसान का क्या दोष जो उम्मीद लगाए तेरे साथ चल दिया,
उसमें दोस्तों उसका क्या दोष,
अगर उसका सही तरीके के,
पालन पोषण ना किया गया।
Barsha🖤👑
03-Jun-2022 12:35 PM
Nice
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MEETU CHOPRA
03-Jun-2022 01:12 PM
Thanks
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Seema Priyadarshini sahay
02-Jun-2022 10:49 AM
बहुत खूब
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MEETU CHOPRA
03-Jun-2022 01:13 PM
Shukriya 💕
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Neelam josi
02-Jun-2022 02:26 AM
👌👏
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MEETU CHOPRA
02-Jun-2022 09:57 AM
😌😌
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